धातु और अधातु में क्या अंतर है। धातु अधातु से किस प्रकार भिन्न है। धातु और अधातु में अंतर स्पष्ट करे। तो आज इस पोस्ट के माध्यम से हम यही जानेगे की dhatu aur adhatu mein kya antar hai ( what is the difference between metal and non metal ) तो चलिए शुरू करते है।
तो दोस्तों ये था धातुओं और अधातुओ में अंतर् मुझे उम्मीद है की आपको समझ आ गया होंगा अगर हाँ तो कमेंट करके बताना न भूले। और इस आर्टिकल को शेयर जरूर कर दें। धन्यबाद
Dhatu aur Adhatu mein kya antar hai hindi medium |
धातु और अधातु में क्या अंतर है
धातु आवर्त सारणी के बाएं तरफ पाए जाते है। जबकि अधातु दाएं तरफ। ज़िगज़ैग लाइन के माध्यम से धातु को एक आवर्त सारणी पर अधातुओं से अलग किया जाता है। सोडियम ,पोटेशियम आदि धातु के उदहारण है जबकि हीलियम फ्लोरीन आदि अधातु के।
तो चलिए जानते है धातुओं और अधातुओ में मुख्य अंतर
धातु और अधातु के भौतिक गुणों में अंतर
- धातु कमरे के तापमान पर ठोस होते है। पारा एकमात्र ऐसी धातु है जो कमरे के तापमान में ठोस नहीं होती। वही अधातु सामान्य तापमान पर ठोस तरल या गैसीय हो सकती है
- धातु आम तोर पर विजली और गर्मी के अच्छे संवहक होते है वही अधातु अपने से ऊष्मा या विजली के विसंवाहक होते है।
- पृथ्वी पर पाए जाने वाली सभी धातुए नमनीय है जबकि अधातुए गैर नमनीय है।
- धातु निंदनीय हैं लेकिन गैर-धातु निंदनीय नहीं हैं।
- लगभग सभी धातुएं अपारदर्शी हैं यानी हम धातुओं के आर पार नहीं देख सकते जबकि गैर-धातुएं पारदर्शी हैं। यानि हम आर पार देख सकते है।
- धातुए ध्वनिक होती है। वह जब किसी वस्तु से टकराती है तो ध्वनि उतपन करती है। जबकि अधातु ऐसा नहीं कर सकते।
- अक्सर धातुए चमकीली होती है। जबकि गैर धातुए नहीं।
- धातुओं में उच्च से मध्यम घनत्व होता है जबकि गैर-धातुओं में मध्यम घनत्व कम होता है।
धातु और अधातु के रासायनिक गुणों में अंतर्
- धातु के बाहरी आवरण में एक से तीन विद्युदणु (electron ) होते हैं, जबकि गैर-धातुओं के बाहरी आवरण चार से आठ विद्युदणु (electron ) होते हैं।
- धातुए इलेक्ट्रान दाता होती है। जबकि अधातुए स्वीकार करता।
- आवर्त सारणी के बाईं ओर धातुएँ पाई जाती हैं जबकि आवर्त सारणी के दाईं ओर अधातुएँ पाई जाती हैं।
- धातुएं ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके क्षारीय-ऑक्साइड बनाती हैं जबकि गैर-धातुएं अम्लीय-ऑक्साइड बनाने के लिए ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करती हैं।
- धातुओं में कम आयनीकरण होता है, जबकि गैर-धातुओं में एक उच्च आयनीकरण की जरुरत होती है ।
- धातुओं की तुलना में गैर-धातुओं के पिघलने और क्वथनांक अपेक्षाकृत कम होते हैं, जिनमें कार्बन एक अपवाद है।
- धातुएं हाइड्रोजन गैस के उत्पादन के लिए अम्ल के साथ प्रतिक्रिया करती हैं जबकि गैर-धातु आमतौर पर अम्ल के साथ प्रतिक्रिया नहीं करती हैं।
तुलना का आधार | धातु | अधातु |
कमरे के तापमान पर शारीरिक स्थिति | ठोस जिनमें सोडियम एक अपवाद है | धातु तरल, गैसीय या ठोस. |
विद्युत चालकता | बिजली तथा उष्णता के अच्छे संवाहक | अधातुएँ ऊष्मा और विद्युत दोनों के कुचालक होते है। जिनमें ग्रेफाइट एक अपवाद है |
निंदनीयता | निंदनीय है | निंदनीय नहीं है |
बढ़ने की योग्यता | अघातवर्धनीय. | भंगुर |
सवरूप | अपारदर्शी | पारदर्शी |
ध्वन्यात्मक | ध्वन्यात्मक | ध्वन्यात्मक नहीं है |
रूप | धातुएं चमकीली होती है। | चमकीली नहीं होती |
घनत्व | उच्च से मध्यम | मध्यम से निम्न |
इलेक्ट्रॉनों की संख्या | एक से तीन इलेक्ट्रान बाहरी कक्ष में | चार से आठ इलेक्ट्रान बाहरी कक्ष में |
आवर्त सारणी पर स्थिति | धातुएं आवर्त सारणी के बाईं तरफ पाई जाती हैं। | अधातुए दायी तरफ पायी जाती है। |
ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया | क्षारीय-ऑक्साइड | अम्लीय-ऑक्साइड |
आयनन ऊर्जा | इसकी आयनन ऊर्जा कम होती | अधातुओ की आयनन ऊर्जा अधिक होती है |
पिघलने और क्वथनांक | इसका पिघलने का तापमान अधिक होता है | तापमान कम होता है। |
उत्पाद | हाइड्रोजन के साथ प्रतिक्रिया होने पर अम्ल बनाते है | ये हाइड्रोजन के साथ प्रतिकिर्या नहीं करते |
तो दोस्तों ये था धातुओं और अधातुओ में अंतर् मुझे उम्मीद है की आपको समझ आ गया होंगा अगर हाँ तो कमेंट करके बताना न भूले। और इस आर्टिकल को शेयर जरूर कर दें। धन्यबाद
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